इंडोनेशिया की जलयात्रा सेवाओं पर मंडराता संकट: KM Barcelona 5 हादसा और गहराता सवाल
इंडोनेशिया एक द्वीपों का देश है, जहां लगभग 17,000 से अधिक द्वीप हैं। इन द्वीपों को आपस में जोड़ने के लिए जलयात्रा एक अहम परिवहन साधन है। लेकिन बीते कुछ वर्षों में इंडोनेशिया की जलयात्रा प्रणाली बार-बार सवालों के घेरे में रही है—जहां सुरक्षा की कमी, पुराने जहाज़ और प्रशासनिक लापरवाही के कारण बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
सबसे हालिया उदाहरण है KM Barcelona 5 फेरी में आग लगने की घटना, जिसमें लगभग 280 यात्री सवार थे और उन्हें अपनी जान बचाने के लिए समुद्र में कूदना पड़ा। इस हादसे में अब तक कम से कम 3 लोगों की मौत और दर्जनों के घायल होने की पुष्टि हुई है। इस त्रासदी ने एक बार फिर इंडोनेशिया की जल परिवहन व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है।

हादसे का विवरण
20 जुलाई 2025 को, KM Barcelona 5 फेरी जो Talaud से Manado की ओर जा रही थी, में अचानक आग लग गई। ऊपरी डेक से उठता घना काला धुंआ और यात्रियों की चीखें पूरे सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी भीषण थी कि अधिकांश यात्रियों को बिना किसी दिशा-निर्देश के अपनी जान बचाने के लिए समुद्र में छलांग लगानी पड़ी।
रेस्क्यू ऑपरेशन में इंडोनेशिया की कोस्ट गार्ड, नौसेना और स्थानीय मछुआरों ने अहम भूमिका निभाई। अब तक 280 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया है। हादसे में मारे गए लोगों में एक गर्भवती महिला और दो महीने का एक शिशु भी शामिल थे।
क्यों दोहराई जाती हैं ऐसी घटनाएं?
यह हादसा कोई पहली बार नहीं हुआ। इससे पहले भी इंडोनेशिया में जल दुर्घटनाएं आम रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, निम्नलिखित कारण इन घटनाओं की मूल वजह हैं:
- पुरानी और क्षतिग्रस्त नावें
इंडोनेशिया में बहुत सी फेरी और यात्री नावें 20–30 साल पुरानी हैं, जिनका ठीक से रखरखाव नहीं किया जाता। इनमें वायरिंग और इंजन खराब होने की घटनाएं आम हैं।
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- अत्यधिक भीड़ (Overloading)
सरकार द्वारा निर्धारित यात्री सीमा का उल्लंघन अक्सर देखा गया है। KM Barcelona 5 में भी वास्तविक यात्री संख्या को लेकर भ्रम रहा—कहीं 280 तो कहीं 560 यात्रियों की रिपोर्ट सामने आई।

- सुरक्षा उपकरणों की कमी
अधिकतर नावों में पर्याप्त संख्या में लाइफ जैकेट, आपातकालीन बोट्स, या ट्रेनिंग नहीं होती। यात्रियों को आपातकालीन प्रक्रियाओं की जानकारी नहीं दी जाती।
- प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार
कई मामलों में बिना फिटनेस सर्टिफिकेट वाली नावों को चलने दिया जाता है। स्थानीय प्रशासन, लाइसेंसिंग एजेंसियाँ और निजी फेरी कंपनियों की मिलीभगत इस खतरे को बढ़ाती है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रशंसा, पर क्या ये काफी है?

KM Barcelona 5 घटना के बाद इंडोनेशियाई कोस्टगार्ड और नौसेना की तेज़ कार्यवाही की प्रशंसा हो रही है। लेकिन हर बार हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य से सिर्फ नुकसान कम किया जा सकता है, उसे रोका नहीं जा सकता। आवश्यकता है पूर्व-नियोजन, सुरक्षा मापदंडों की निगरानी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।
पूर्व की घटनाएं जो सबक नहीं बन सकीं
2018 – लेक टोबा दुर्घटना: नाव पलटने से 150 से ज्यादा लोग लापता
2020 – सुलावेसी हादसा: 17 लोगों की मौत
2022 – फेरी में आग: 13 लोग मारे गए
इन घटनाओं के बावजूद अभी तक स्थायी सुधार नहीं किए गए हैं।
समाधान क्या हो सकते हैं?
समस्या समाधान
पुरानी नावें समयबद्ध तकनीकी निरीक्षण और लाइसेंस नवीनीकरण
प्रशिक्षित स्टाफ की कमी चालक दल के लिए आपातकालीन प्रबंधन प्रशिक्षण
सुरक्षा उपकरणों की कमी न्यूनतम मानक संख्या में लाइफ जैकेट और आपातकालीन नावें अनिवार्य
निगरानी की कमी GPS ट्रैकिंग, CCTV और डिजिटल टिकटिंग
KM Barcelona 5 जैसी घटनाएं केवल एक त्रासदी नहीं, बल्कि सरकार, कंपनियों और नागरिकों के लिए चेतावनी हैं। जल परिवहन एक जरुरी और प्रभावी साधन है, खासकर इंडोनेशिया जैसे द्वीपसमूह के लिए, लेकिन जब तक सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।
https://altnews.live/wp-admin/post.phpयह समय है जब इंडोनेशिया की सरकार को कठोर और ठोस कदम उठाने होंगे—नियमों का पालन कराना, दोषियों को सज़ा देना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।