📷 तस्वीर का विवरण:
पुल का एक हिस्सा पूरी तरह टूट चुका है।

बीच नदी में वाहन और मलबा साफ़ दिखाई दे रहे हैं।
लोग और बचाव दल पुल के किनारों पर मौजूद हैं।
हादसे में कई वाहन नदी में गिर गए, जिनमें से कुछ डूबे हुए हैं।
⚠️ यह एक गंभीर प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक है, क्योंकि:
पुल की हालत पहले से ही खराब बताई जा चुकी थी।
तकनीकी रिपोर्ट में इसे “अनुपयुक्त” करार दिया गया था।
चेतावनी के बावजूद इसकी मरम्मत नहीं हुई।
🔴 अब तक 15 मौतें हो चुकी हैं, 3 लोग लापता हैं, और दो वाहन अभी भी नदी में फंसे हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।

दिनांक: 9 जुलाई 2025 की सुबह लगभग 7:30 बजे, गुजरात के वडोदरा जिला स्थित Padra‑Mujpur क्षेत्र में मही (Mahisagar) नदी पर बना 40‑साल पुराना गांभीर桥 (Gambhira Bridge) का एक 15–20‑मीटर हिस्सा में धस गया ।
प्रभावित वाहन: चार से छह वाहन (ट्रक, वैन, ऑटो‑रिक्शा, मोटरसाइकिल सहित) नदी में गिर गए, जबकि दो वाहन किनारे पर लटक गए जिन्हें बाद में सुरक्षित निकाला गया ।
📊 वर्तमान स्थिति (10 जुलाई 2025 तक)

मृतकों की संख्या: अब तक कुल 15 लोग मारे गए, जिनमें तीन शव घटनास्थल से अभी सामने आए हैं ।
घायल: लगभग 5 लोग घायल हैं, वे वडोदरा के SSG अस्पताल में उपचाराधीन हैं और किसी की हालत नाजुक नहीं बताई गई है ।
लापता लोग: अब भी 3 लोग लापता बताए जा रहे हैं, खोज अभियान जारी है ।
🛠️ कारण व निरीक्षण: प्रशासनिक लापरवाही
पुल पर कई वर्षों से चेतावनियां जारी की गई थीं; 2021 से इसकी खराब स्थिति का उल्लेख करते हुए स्थानीय नेताओं ने कई बार आवेदन किए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई ।
एक टेक्निकल रिपोर्ट में पुल को ‘उपयोग के लिए अनुपयुक्त’ बताया गया, लेकिन वह रिपोर्ट कभी लागू नहीं हुई—यह गंभीर लापरवाही को उजागर करता है ।
🧯 बचाव अभियान और जांच

राहत‑बचाव कार्य में स्थानीय ग्रामीणों, वडोदरा और आनंद अग्निशमन दल, NDRF और SDRF टीमों ने भाग लिया ।
प्रशासनिक कार्रवाइयां:
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 4‑सदस्यीय जांच टीम गठित की।
PM नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों के लिए ₹2 लाख और घायल के लिए ₹50,000 का अनुग्रह निधि घोषित की; CM ने ₹4 लाख सम्मन राशि घोषित की ।
🧭 पूरी जानकारी का सारांश

बिंदु विवरण
हादसा दिनांक 9 जुलाई 2025, सुबह 7:30 बजे
मृतकों की संख्या 15
लापता लोग 3
घायल 5 (स्थिर स्थिति में)
संभावित कारण प्रशासनिक ग्लानि, पूर्व चेतावनियां अनदेखी
जांच उच्च‑स्तरीय टीमें, तकनीकी और पुलिस जांच शुरू
मुआवजा ₹2 लाख (PM द्वारा), ₹4 लाख (CM द्वारा), ₹50,000 घायल को
